आज जयपुर की फिज़ाओं में सिर्फ गर्मी ही नहीं, बल्कि आईपीएल का जुनून भी सर चढ़कर बोल रहा है। सवाई मानसिंह स्टेडियम के बाहर लंबी-लंबी कतारें, चेहरे पर उत्साह, और हाथों में टिकट... लेकिन हर कहानी इतनी आसान कहां होती है?
एक साहब, जो आज बड़े शौक से अपनी महिला मित्र को मैच दिखाने का वादा कर चुके थे, अब खुद घिर गए हैं एक "गंभीर" संकट में। साहब ने बड़े ठाठ से कहा था – "चलो, मैच दिखाता हूं, फ्रंट रो की सीट होगी!" लेकिन अफसोस, टिकट न मिलने की वजह से अब वो सीट तो छोड़िए, रिश्ते की नींव तक हिलती दिख रही है।
महिला मित्र भयंकर नाराज़।
ना कोई IPL स्पिरिट काम आई, ना समझाने की कोशिशें। उनकी नाराज़गी सिर्फ इस बात की नहीं थी कि मैच नहीं देख पाएंगी, बल्कि इस बात की भी थी कि वादा क्यों किया जब निभा नहीं सके?
अब सवाल ये है –
क्या ये गुस्सा सोशल मीडिया पर दिखेगा?
क्या स्टेडियम के बाहर कोई डायलॉगबाज़ी होगी?
या फिर साहब किसी शानदार डिनर और फूलों के गुलदस्ते से इस मुद्दे को “सेटेल्ड” कर लेंगे?
IPL तो हर साल आएगा,
लेकिन नाराज़ महिला मित्र को मनाना... वो तो बस आज ही हो सकता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि साहब इस मैच को हार मानते हैं या आखिरी ओवर में चौका मारकर स्कोर बराबर कर लेते हैं।
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