बांग्लादेश में बड़ा विमान हादसा
कहां हुआ हादसा:
स्थान: उत्तरा, ढाका, बांग्लादेश
समय: दोपहर
विमान: FT-7 BGI ट्रेनर फाइटर जेट (Bangladesh Air Force)
बांग्लादेश वायुसेना का एक FT-7 BGI ट्रेनर जेट ढाका के उत्तरा क्षेत्र में स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत पर जा गिरा। यह हादसा उस समय हुआ जब स्कूल में कक्षाएं चल रही थीं और कई छात्र मौजूद थे।
हादसे की गंभीरता:
विमान क्रैश होते ही इलाके में तेज धमाका हुआ और चारों ओर आग की लपटें फैल गईं। स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और छात्र अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया।
जान-माल का नुकसान
19 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है
100 से अधिक लोग घायल हुए हैं
50 से अधिक झुलसे हुए मरीजों को बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है
हादसे में विमान के पायलट की भी मौत हो गई है
यह घटना देश के हालिया इतिहास की सबसे दुखद और भयावह घटनाओं में शामिल हो गई है।
पायलट की कोशिश और मौत
बांग्लादेश एयरफोर्स ने बताया कि पायलट ने विमान को आबादी वाले इलाके से दूर ले जाने की पूरी कोशिश की थी। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण नियंत्रण नहीं हो सका और विमान स्कूल पर जा गिरा। पायलट खुद को भी नहीं बचा सका।
विमान में क्या खराबी आई
सेना द्वारा जारी शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार:
विमान में उड़ान के कुछ समय बाद ही तकनीकी खराबी आ गई थी
पायलट ने आपातकालीन नियंत्रण अपनाने की कोशिश की
लेकिन विमान दो मंजिला इमारत से टकरा गया और आग लग गई
जांच के लिए उच्च स्तरीय वायुसेना समिति बनाई गई है
अस्पतालों में कोहराम
घटना के बाद घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। परिजनों ने एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक अपने बच्चों की तलाश की। कई माता-पिता अब तक सदमे में हैं। अस्पतालों में बेड और संसाधनों की भारी कमी देखने को मिली।
हादसे के वीडियो वायरल
इस भयावह हादसे के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। इन वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह विमान स्कूल की इमारत से टकराता है और धमाका होता है। इन दृश्यों ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
यह पहला हादसा नहीं
इससे पहले भारत के अहमदाबाद में भी ऐसा ही विमान हादसा हुआ था जिसमें 19 नागरिकों की मौत हुई थी। हालांकि बांग्लादेश की यह घटना अधिक खतरनाक रही क्योंकि यह सीधा एक स्कूल पर हुई।
सरकार और सेना की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश सरकार ने पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। सेना ने अपने बयान में कहा कि जांच पूरी होने तक सभी FT-7 विमान की उड़ानों पर रोक लगाई गई है।
निष्कर्ष
यह हादसा दिखाता है कि तकनीकी चूकें कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती हैं। पायलट की बहादुरी सराहनीय रही लेकिन दुर्भाग्यवश जान नहीं बच सकी। इस घटना ने विमान सुरक्षा और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
हम सभी से अपील करते हैं कि सतर्क
रहें, और बच्चों व आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।